हस्तशिल्प संस्कृति

'हस्तशिल्प सेवा समिति' के माध्यम से हम युवाओं और बच्चों को हस्तशिल्प के प्रति जागरूक करने की कोशिश कर रहे है। हमारा उद्देशय भारत देश की विलुप्त होती हस्तशिल्प संस्कृति को बढ़ावा देने की है। हमारे देश के युवा अगर हस्तशिल्प सीखते है चाहे वह पतंग बनाना हो, मिट्टी के बर्तन व् खिलोने बनाना हो, चावल के दाने पर नाम लिखना हो, लाख की चूड़ियां बनाना हो, कठपुतली बनाना हो, पेंटिंग करना हो, हाथ से निर्मित ब्रासलेट बनाना हो, कागज़ के खिलोने बनाना हो, तिनको को जोड़कर चटाई या झाड़ू बनाना हो, रंगो को हाथ की अँगुलियों द्वारा आकृति देकर मॉडर्न आर्ट बनाना हो, चित्रकारी या एम्ब्रोडरी हो तो इस कोशिश से हम देश की हस्तशिल्प संस्कृति को उच्च स्तर पर ले जाकर भारत देश का नाम रोशन कर सकते है।